"Vastu Excellence for Modern Living – Personalized Consultations"
#7. उत्तर-पूर्व में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां: एक वास्तु दोष
क्या आप जानना चाहते हैं कि आपके घर में सीढ़ियों की सही दिशा क्या होनी चाहिए? हमारे नवीनतम ब्लॉग में जानें कि क्यों उत्तर-पूर्व दिशा में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां वास्तु का बड़ा दोष मानी जाती हैं। जानें वास्तु शास्त्र के जरूरी सिद्धांत, जो आपके घर की ऊर्जा को संतुलित और समृद्ध कर सकते हैं। इन महत्वपूर्ण जानकारियों को मिस न करें—पूरी ब्लॉग पढ़ने के लिए क्लिक करें और जानें कि कैसे अपने घर को सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर बनाएं!
Vastu Consultant: RishabhDev Jain
9/9/20241 min read
उत्तर-पूर्व में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां: एक वास्तु दोष
हाल ही में मैंने एक वीडियो में घरों में सीढ़ियों की सही दिशा को लेकर एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की। खासकर एक दर्शक के सवाल का जवाब देते हुए, जिसमें उन्होंने उत्तर-पूर्व दिशा में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ी बनाने की योजना के बारे में पूछा था। यह विषय उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो नए घर का निर्माण कर रहे हैं और वास्तु शास्त्र से जुड़ी सामान्य गलतियों से बचना चाहते हैं।
वास्तु शास्त्र और सीढ़ियों के स्थान को समझना
वास्तु शास्त्र, प्राचीन भारतीय वास्तुकला विज्ञान, भवन में विभिन्न तत्वों के सही स्थान को बहुत महत्व देता है ताकि वहां सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि बनी रहे। इसके मूल सिद्धांतों में से एक सही दिशा में सीढ़ियों का स्थान होता है, जो घर की ऊर्जा के प्रवाह और संतुलन को बहुत प्रभावित कर सकता है।
उत्तर-पूर्व में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियों की समस्या
हाल ही में एक आर्किटेक्ट ने नए घर के डिजाइन में उत्तर-पूर्व दिशा में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां रखने का सुझाव दिया। यह निर्णय वास्तु शास्त्र में ज्ञान होने के आर्किटेक्ट के दावे पर आधारित था। हालांकि, वास्तु शास्त्र के अनुसार, इस तरह की डिजाइन पारंपरिक वास्तु सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है।
1. एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां: वास्तु शास्त्र में एंटी-क्लॉकवाइज दिशा में सीढ़ियां आम तौर पर अशुभ मानी जाती हैं। किसी भी दिशा में, विशेषकर उत्तर-पूर्व में, इस प्रकार की सीढ़ियां घर की ऊर्जा को बाधित कर सकती हैं और असंतुलन पैदा कर सकती हैं।
2. उत्तर-पूर्व दिशा: उत्तर-पूर्व (ईशान) दिशा को संपत्ति का सबसे पवित्र और लाभकारी क्षेत्र माना जाता है। इसे खुला, हल्का और भारी संरचनाओं से मुक्त रखना चाहिए ताकि सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि बढ़ सके। इस क्षेत्र में सीढ़ियों का होना, खासकर एंटी-क्लॉकवाइज दिशा में, वास्तु सिद्धांतों के विपरीत है।
सीढ़ियों के स्थान के लिए सुझाए गए उपाय
1. एंटी-क्लॉकवाइज डिजाइन से बचें: किसी भी दिशा में, एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां सामान्यतः टालने योग्य हैं। इसके बजाय, क्लॉकवाइज सीढ़ियों का चयन करें, जो शुभ मानी जाती हैं और सकारात्मक ऊर्जा प्रवाह में सहायक होती हैं।
2. उत्तर-पूर्व क्षेत्र: सुनिश्चित करें कि आपके घर का उत्तर-पूर्व क्षेत्र खुला और हल्का रहे। भारी संरचनाओं को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए, जो ऐसे तत्वों के लिए अधिक उपयुक्त हैं।
3. वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लें: अपने घर की योजना बनाते समय हमेशा एक योग्य वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लें। वास्तु सिद्धांतों की गलत व्याख्याओं के आधार पर लिए गए गलत फैसले नकारात्मक प्रभाव और असंतुलन पैदा कर सकते हैं।
निष्कर्ष
संक्षेप में, उत्तर-पूर्व दिशा में एंटी-क्लॉकवाइज सीढ़ियां वास्तु शास्त्र के अनुरूप नहीं हैं और इन्हें टाला जाना चाहिए। उत्तर-पूर्व को साफ और हल्का रखें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके, जबकि भारी तत्वों को दक्षिण और पश्चिम में रणनीतिक रूप से रखा जाना चाहिए। इन वास्तु सिद्धांतों का पालन करके आप अपने घर में अधिक सामंजस्य और समृद्धि सुनिश्चित कर सकते हैं।
व्यक्तिगत वास्तु परामर्श और सलाह के लिए, मेरी वेबसाइट [vastuace.com](https://www.vastuace.com) पर मुझसे संपर्क करें।
© 2024. All rights reserved.
Get In Touch
9/2164, St. No. 8, Kailash Nagar, Delhi-110031
vastuace.rishabhdev@gmail.com
+91-7042119923






Our Policies
Quick Links

